ब्याह के बाद क्या होगा ?
अमन का बड़ी मेहनत के बाद एक आई टी कंपनी में जॉब लगा था। कुछ महीने बाद दो कमरे का घर लेकर रहने लगा। अभी तक , दोस्तों के साथ रहता था। शनि और रविवार पढ़ाई करता ,कभी घूम लेता। तभी छोटे भाई पवन का भी जॉब लग गया और भाग्य से दोनो बेंगलौर में साथ ही रहने लगे। लेकिन पवन का समय पार्टियों के लिए फिक्स था। भाई ने बहुत समझाया पर जब ,अपनी कमाई का पैसा हाथ लगता है तब ,बड़े लोगों की बातें जरा कम समझ आती हैं।
अमन इस बीच अपने साथ पढ़ी हुई लड़की रसिका के साथ व्यस्त हो गया। ये बात पवन को पता चल गई। अब ,उसे लगा मुझे भी कोई खोज -बीन करनी चाहिए। जॉब वाली लड़की की तलाश पवन की तरफ से होने लगी। माँ ,दोनो बेटों से अलग -अलग बात करती। समय भी अलग रहता जिससे बातें एक दूसरे को न पता चलें। माँ, जानती थी अमन रसिका से ही ब्याह करेगा। अच्छी लड़की थी। अमन ने माँ को फोटो दिखा दिया था। अमन अभी और पढाई करना चाहता था इसलिए अहमदाबाद चला गया।
माँ ,रसिका से बात करके हाल जानती रहती थी। माँ के बताये रिश्ते उसे अच्छे नहीं लग रहे थे। उसे भी खुद की पसंद से शादी करनी थी। भाई भी तो ,करना चाहता है ,उसे भी तो ,हरी झंडी मिल गई है। कभी जब पवन से माँ ,पूछती कोई लड़की मिली या हम देखें ? एक दिन पवन बिखर गया। माँ !! कल मैं ,एक दोस्तों की पार्टी में नेहा के साथ गया था ,मैंने दो पैग लिए और होश में था ,नेहा ने चार पैग लिए और फ़ैल गई। उसे चला भी नहीं गया। टुन्न हो गई तो मुझे ही घर छोड़ना पड़ा। मेरे दोस्त क्या सोचते होंगे ? माँ ,अभी से इतनी दारु पीती है तो ,शादी के बाद क्या करेगी ?मेरा तो ब्रेकअप हो गया। अब ,उसकी बात मत करना।
माँ ,तो रसिका से सारी बातें पता कर लेती थी। एक दिन लंच के लिए रसिका को बुला लिया था ,तब पवन ने पूरी कहानी सुनाई थी। रसिका ने समझाया था भाई कोई बात नहीं ,दूसरी लड़की देखो ,नहीं तो माँ को बता दो। देखता हूँ। इधर माता -पिता की चिंता बढ़ रही थी जैसे कोई लड़की शहर में अकेली रह रही हो। अचानक एक दिन पवन ने बिहारी लड़की माँ के सामने खड़ी करदी ,वो जॉब भी करती थी लेकिन रीति -रिवाज अलग थे। किसी तरह माँ को राजी होना पड़ा। अमन भी वापस आकर ब्याह करना चाह रहा था ,भाईयों के बीच कहीं खटास न पनप सके ,इसलिए दोनो के ब्याह भी कर दिए। अलग रहकर आजादी भोग रहे हैं बेटे।
रेनू शर्मा
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