तरस
आठ बजे घंटी बजी ,
एक युवा ही था।
दरवाजा नहीं खोला।
वहीँ से बताओ ,क्या काम है ?
मैडम !!थाने से आया हूँ
वेरिफिकेशन करना है।
हाँ ,बोलिये -अपना और
साब का नंबर बताइये।
जाली के पार से वार्तालाप
जारी थे ,उसने नंबर लगा दिया ,
साहब !बाहर खड़ा हूँ ,
साइन कैसे कराऊँ ?अब ,
फोन अंदर बजा ,अंदर बिठाओ
जो बोले वो कागज दिखाओ ,
सोफे पर बैठा ,पूछ रहा था ,
अकेली रहती हो ,क्या
आज -कल के बच्चे भी न
क्यों इतना दर्द ले रहीं हैं ,
इस उम्र में ,हम जा रहे हैं ,
दरवाजा बंद कर लीजिये।
उस दिन लगा ,सही तो कहा
मैं ,नितांत अकेली हूँ ,
ध्यान -आराधना भी तो
संयमित होती है।
अजीब सिरफिरा था ,
अभी तक मैं ,व्यस्त थी
आकर अकेला कर गया।
रेनू शर्मा
एक युवा ही था।
दरवाजा नहीं खोला।
वहीँ से बताओ ,क्या काम है ?
मैडम !!थाने से आया हूँ
वेरिफिकेशन करना है।
हाँ ,बोलिये -अपना और
साब का नंबर बताइये।
जाली के पार से वार्तालाप
जारी थे ,उसने नंबर लगा दिया ,
साहब !बाहर खड़ा हूँ ,
साइन कैसे कराऊँ ?अब ,
फोन अंदर बजा ,अंदर बिठाओ
जो बोले वो कागज दिखाओ ,
सोफे पर बैठा ,पूछ रहा था ,
अकेली रहती हो ,क्या
आज -कल के बच्चे भी न
क्यों इतना दर्द ले रहीं हैं ,
इस उम्र में ,हम जा रहे हैं ,
दरवाजा बंद कर लीजिये।
उस दिन लगा ,सही तो कहा
मैं ,नितांत अकेली हूँ ,
ध्यान -आराधना भी तो
संयमित होती है।
अजीब सिरफिरा था ,
अभी तक मैं ,व्यस्त थी
आकर अकेला कर गया।
रेनू शर्मा
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