Monday, January 8, 2024

सावधानी हटी ,दुर्घटना घटी 

बच्चों !! आज हम दुर्घटना पर बात करेंगे ,जब हम सड़क पर ,चौराहों पर या किसी अंधे मोड़ पर होते हैं ,तभी हमें सुरक्षा की जरुरत नहीं होती बल्कि हम जब ,किसी बस ,ट्रेन ,गाड़ी ,स्कूटर या सायकल से भी चल रहे हों तब ,भी देखकर चलने की जरुरत है। अभी कुछ समय पूर्व की बात है ,एक परिवार ट्रेन से शादी समारोह के लिए भोपाल आ रहा था ,रास्ते में एक लुटेरे गेंग के लोग उनपर नज़र रखे हुए थे। जब सब लोग खाना खा रहे थे ,वे लोग भी शामिल हो गए और मिठाई खिलाकर उन्हें बेहोश कर दिया ,सारा सामान लेकर कहीं बीच में उतर गए। किसी को पता नहीं चला ,जब सुबह हुई तब ,पता चला। पुलिस को बताया लेकिन कुछ नहीं हो पाया। 

बच्चों !! इस बात को बताने का आशय है कि हमें हर समय सावधान रहना चाहिए। अजनबी लोगों की दी हुई कोई खाद्य सामग्री नहीं खानी चाहिए। यहाँ तक कि कम समय स्टेशन पर रुकने वाले स्थान से कुछ खरीदना भी नहीं चाहिए। 

बच्चों !! एक बार मैं ,आगरा से झाँसी आ रही थी ,रास्ते  में एक लड़का ऊपर वाली बर्थ पर लेट गया ,जब मुझे झपकी आई ,तब उसने मेरे पास रखे बैग को उठाना चाहा लेकिन वहीँ एक अंकल  उसकी हरकतें देख रहे थे। मुझे जगाकर उन्होंने बताया बेटी !! तुम्हारा सामान ये लड़का खींच रहा था। इधर -उधर देखा तो सब ,सामान्य था ,तभी आगे से लोगों की आवाज आई -मेरा पर्स ,मेरी घडी ,मेरा फोन उसी समय ट्रेन धीमी हो गई और लड़का भाग निकला। जब ट्रेन चलने लगी तो ,अंकल को ईंट मारकर भागा ,गनीमत रही कि उन्हें चोट नहीं लगी। मुझे बहुत दुःख हुआ ,जी आर पी ऍफ़ के सिपाही को बुलाकर सामने बिठाया तब ,घर तक आ सके। 

कहने का आशय है कि यात्रा करते समय ,रास्ते पर चलते समय यातायात के नियमों का अवश्य पालन करना चाहिए। अपनी सुरक्षा सर्वोपरि है। 
























 

No comments: