Sunday, January 7, 2024

भाषाओं का ज्ञान 

मधु अपनी सखी विदेहा से कह रही थी ,आज तो आवागमन के साधन बहुत सुगम हैं। महीनों की यात्रा अब घंटों में हो जाती है। प्राचीन काल में जब व्यापार होता था तो ,कैसे बात हो पाती होगी  ? दुभाषिये तो होते थे लेकिन उनकी संख्या बहुत कम  होती थी। इतिहास पढ़ने पर पता चलता है कि दुभाषिये की बहुत आवश्यकता होती थी। वे लोग गुप्तचरी भी करते थे। सामान्य लोग पढाई नहीं करते थे ,मौखिक ज्ञान ही उनका खजाना होता था। आज इसी विषय पर शाम को चर्चा करते हैं। 

शाम को बाल मंडली सावित्री मौसी के पास आ गई। आज तो मौसी की परीक्षा होनी है ,मौसी !! आज का विषय मातृ भाषा के अतिरिक्त भाषाओं के ज्ञान पर है। बच्चो !! आज बहुत अच्छा विषय चुना है। आप लोग न्यूज़ में देखते हो जब ,कोई प्रधान मंत्री या उच्च अधिकारी भारत से बाहर जाते हैं तब ,उनके साथ सहयोगी अधिकारीयों के अतिरिक्त एक दुभाषिया भी होता है। जो ,तुरंत अनुवाद कर बताते रहते हैं। पूरी दुनियां की मुख्य भाषाओँ को अब ,पढ़ाया जाने लगा है। भारतीय बच्चे भी हिंदी ,अंग्रेजी ,फ्रेंच ,जर्मन ,चायनीज आदि भाषाओँ के लिए अलग से कोर्स करते हैं। 

अभी ,हाल में ही मोदी जी के भाषण को कर्णाटक  चुनाव के समय दुभाषिया अनुवाद करता जा रहा था ,जिससे लोगों को समझ आ सके कि प्रधान मंत्री क्या बोल रहे हैं। विश्व में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली भाषाएँ फ्रेंच ,अंग्रेजी ,जर्मन ही हैं। अंग्रेजी भाषा अब ,दूसरी भाषा का रूप ले चुकी है क्योंकि पहली भाषा तो हमारी हिंदी ही है। जापान और चीन अपनी मातृ भाषा को श्रेष्ठ मानते हैं। 

प्रश्न उठता है कि अन्य भाषाओँ का ज्ञान हमें होना चाहिए या नहीं? तो बच्चों !! हिंदी और अंग्रेजी के अतिरिक्त हम जितनी भाषाओँ का ज्ञान ले सकें ,अवश्य लेना चाहिए। आज -कल लोग दूसरे देशों से व्यापार करते हैं ,जॉब करने जाते हैं तब ,तुम कैसे अपनी बात रख सकोगे ? अगर फ्रेंच कंपनी ने जॉब दिया है तो , भाषा का ज्ञान होना अति आवश्यक है। भारत में विदेशी कंपनियां भी अपने ऑफिस खोल रहीं हैं। अच्छे पैसे चाहिए ,काम करना है तो ,भाषा पहले सीखनी पड़ेगी। हम टेक्नोलॉजी की नई दुनियां में जी रहे हैं। अभी तो ,भाषा को दूसरी भाषा में बदलने वाले उपकरण आ गए हैं। हम हिंदी में बोलेंगे और दूसरे देश के व्यक्ति को उनकी भाषा में सुनाई देगा। 

बच्चों !! ज्ञान असीमित है ,अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। मौसी आप हमें सभी जानकारी कैसे दे पाती हैं ? बच्चो मैं हमेशा पढ़ती रहती हूँ ,तुम लोग मुझे अधिक पढ़ने के लिए उत्साहित  रहते हो। विकास ने बोला -मौसी यदि मुझे फ्रेंच सीखनी है तो ,क्या करूँ ? देखो बच्चो !! अखबार एक माध्यम है ,दूसरा गूगल पर खोजो ,दोस्तों से पूछो। भविष्य के लिए अभी से तैयारी करो ,कब क्या जरुरत पढ़ जाय। अपनी मातृ भाषा को कभी मत भूलना ,चाहे कितनी भाषाएँ  सीख लो। 








































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