बड़ी हवेली में हम सपरिवार रात्रि भोजन के उपरांत सोने की तैयारी कर रहे हैं ,तभी बाहर से आवाजें आने लगीं ,आतंकी आ गए , पड़ोस के घर में घुस गए हैं , सब के होश उड़ गए , अब ,क्या करें ? बगल वाले घर में गुरु देव अपने शिष्यों के साथ ठहरे हैं ,मैं , दौड़ कर गई और गुरु देव को बताने की कोशिश ही कर रही हूँ कि आतंकी यहाँ आ गए हैं तभी , ऊपर से सफ़ेद रंग के कुछ गोले हमारे बरसाने लगे जो , घातक नहीं थे ,डराने के लिए ही थे। गुरु देव जो सोने की तैयारी कर रहे थे बोले -सब लोग हमारे पीछे चलो ,ऊपर चलकर ही उन्हें सबक सिखाएंगे।
हम लोग पुराने महल की टूटी -फूटी , खुली हुई , दो फुट चौड़ी , तीन मंजली पगडण्डी जैसी सीधी सीढ़ियों से ऊपर चढ़ने लगे , सबसे आगे गुरु देव हैं उनके पीछे स्वात्माराम जी फिर हम सभी जिसमें बच्चे भी हैं , ऊपर पहुँच कर एक निश्चिन्त सोये आतंकी का मुंह दवा लिया और नीचे पटक दिया , नीचे पुराना जलाशय है ,जिसके किनारे ही सीढ़ियों से हम चढ़े थे , एक खाली कोठरी में बच्चों को छुपा दिया , अपने साथी को खोजने जो भी आतंकी आता गया दौनों ने उन्हें मार गिराया , सभी आतंकियों से मुक्त होने के बाद हम लोग गुरु देव की प्रशंसा कर रहे हैं , उनसे पूछ रहे हैं , आपने कैसे मारा कि खून की एक बून्द भी नहीं गिरी ? गुरु देव बोले -देखो ये मैं नहीं बताऊंगा , चलो सोते हैं , हम सब लोग गुरु देव के सानिध्य में भयमुक्त नींद लेने लगे।
स्वप्न जब खुला तब , मैं , लम्बी सांसें ले रही थी , खतरे की स्तिथि में कोई शक्ति युक्त आश्रय ही दिखाई देता है ,गुरु देव !! भय से मुक्त करते हैं।
रेनू शर्मा
हम लोग पुराने महल की टूटी -फूटी , खुली हुई , दो फुट चौड़ी , तीन मंजली पगडण्डी जैसी सीधी सीढ़ियों से ऊपर चढ़ने लगे , सबसे आगे गुरु देव हैं उनके पीछे स्वात्माराम जी फिर हम सभी जिसमें बच्चे भी हैं , ऊपर पहुँच कर एक निश्चिन्त सोये आतंकी का मुंह दवा लिया और नीचे पटक दिया , नीचे पुराना जलाशय है ,जिसके किनारे ही सीढ़ियों से हम चढ़े थे , एक खाली कोठरी में बच्चों को छुपा दिया , अपने साथी को खोजने जो भी आतंकी आता गया दौनों ने उन्हें मार गिराया , सभी आतंकियों से मुक्त होने के बाद हम लोग गुरु देव की प्रशंसा कर रहे हैं , उनसे पूछ रहे हैं , आपने कैसे मारा कि खून की एक बून्द भी नहीं गिरी ? गुरु देव बोले -देखो ये मैं नहीं बताऊंगा , चलो सोते हैं , हम सब लोग गुरु देव के सानिध्य में भयमुक्त नींद लेने लगे।
स्वप्न जब खुला तब , मैं , लम्बी सांसें ले रही थी , खतरे की स्तिथि में कोई शक्ति युक्त आश्रय ही दिखाई देता है ,गुरु देव !! भय से मुक्त करते हैं।
रेनू शर्मा
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