Sunday, January 4, 2009

दोस्ती का कमाल



वन विहार मैं घने जंगल के बीच , एक बरगद के विशाल पेड पर चुनमुन चिडिया अपने बच्चों के साथ रहती थी । पास के पेडों पर और भी बहुत सारे जानवर रहते थे । सभी एक दूसरे का ख्याल रखते थे , शाम को जब चुनमुन लौट कर आ जाती सारे बच्चे खेलने निकल जाते थे , देर तक सब लोग मस्ती करते रहते । अचानक एक दिन चुनमुन ने देखा , वृक्ष की जड़ के पास एक काला नाग आकर रहने लगा है , सभी लोग चिंतित हो गए , शाम को सभा बुलाई गई । चिडिया हीरा को रखवाली करने का जिम्मा दिया गया ।
एक दिन सभी ने विचार किया कि हम अपना घर बदल लें , तब ठीक रहेगा । तभी चुनमुन ने कहा - घर बदल कर हमारी समस्या का हल नही निकल सकता , हमें नाग राज से बात करनी चाहिए । सभी को चुनमुन कि बात भा गई , मुखिया होने के नाते मोटी ने कहा मैं , बात करूँगा ।
दूसरे दिन सब लोग एक साथ नाग के पास गए और नम्रता पूर्वक कहा - नाग राज आप इस स्थान से कहीं और जाकर रहने लगें , हमारे बच्चे खेल नही पाते हैं । नाग ने जोर से फुंफकार मारी , जाओ ,यहाँ से , इस जगह पर मेरा हक़ है , भागो नही तो , तुम्हारे बच्चे जिन्दा नही रह पाएंगे । सब लोग डर गए , तभी हीरा ने कहा - अब हम लोगों को कुछ और उपाय करना चाहिए , क्यों न हम रामू नेवले के पास चलें , हाँ , यह सही रहेगा । चुनमुन तुम जाकर रामू से मिलो , हम बच्चों की सुरक्षा करेंगे ।
दूसरे दिन चुनमुन अपने बचपन के दोस्त रामू की खोज पर निकल गई , रास्ते भर सबसे पूछती रही , किसी ने रामू को देखा है , तभी जंगल के उस पार , एक पीपल के पेड के नीचे रामू का घर दिखाई दे गया , साथ मैं गिलहरी भी चल रही थी , चुनमुन को देखते ही , रामू खुश हो गया , आने का कारन पूछा , उसे नाग पर बड़ा क्रोध आया , तुम चिंता मत करो , चुन्नी ! मैं तुम्हारे साथ चलता हूँ , उसकी बुद्धि ख़राब हो गई है ।
रामू ने आते ही पहले सभी लोगों से बात की , हीरा , मोती, रीबी सब एक स्थान पर जमा हो गए । सब लोग एक साथ नाग के बिल के बाहर आकर शोर मचाने लगे , तभी नाग बाहर आ गया , क्यों , शोर हो रहा है ? तब रामू ने कहा - तुम यहाँ से चले जाओ , तुम कौन होते हो मुझे भगाने वाले ? अरे !! जहरीले नाग !! प्यार से सुनले , वरना तेरा बुरा हाल हो जाएगा , नाग ने जोर से फुंफकार मारी , नेवला सतर्क था , उसने फुर्ती से उसकी गर्दन पर वार किया , सब लोग पीछे हट गए ।
नेवला क्रोध से तमतमा गया , अब बोलो जाते हो या नही , अरे !! भाई छोडो , मैं चला जाऊंगा पर एक बात का ध्यान रखना यदि मुझे किसी ने तंग किया तो परिवार सहित मुरब्बा बना दूंगा । अरे !! जा विषधर !! तुझे छोड़ दिया । अब पलट कर मत आना । नाग , डर कर जंगल के रास्ते कहीं गायब हो गया । सब लोग खुशी से झूम गए । नेवले को बधाई देने लगे । चुनमुन ने अपने दोस्त रामू के लिए बहुत स्वादिस्ट भोजन तैयार किया और दोस्ती को हमेशा के लिए कायम रखने के लिए सभी ढेर सारे उपहार दिए ।
हमें भी दोस्ती की कद्र करनी चाहिए । बुरे समय मैं दोस्त की सहायता करनी चाहिए । सभी लोगों को मिलजुल कर रहना चाहिए ।
रेनू शर्मा .....


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