Saturday, January 3, 2009

नई सरकार


घने जंगल मैं हजारों जानवर रहा करते थे , कई बरसों से काली शेर के आधीन रहते हुए उन्हें भरपूर शिकार नही मिल पा रहा था । सभी ने मंत्रणा की कि हमें नई सरकार बनानी चाहिए , सब लोग अरावली पर्वत पर महा सम्मलेन के लिए एकत्र हो गए । वहां बारहसिंघे , हिरन ,चीते , गैंडे , बन्दर , गोरिल्ले , खरगोश , हाथी और बहुत सरे पक्षी इधर -उधर उछल रहे थे । मोर पंख फैलाकर अपनी सुन्दरता दिखा रहा था ।

सबके बीच आकर काली ने गर्जना की , किसी बात पर सब चर्चा कर रहे थे , हाथी बोला इस बार मैं कुर्सी पर बैठूँगा , तुम सब मुझे ही वोट देना , मैं , सबसे विशाल हूँ , शक्तिशाली हूँ और बुद्धिमान भी हूँ । तुम सब मेरी पीठ पर बैठ कर सैर भी कर सकते हो , सब लोग खुश हो गए , तालियों से हाथी का स्वागत किया । मैं इन्सान से भी तुम सबको बचा सकता हूँ । हाथी की बात सुनकर सफ़ेद भालू बोला - अरे ! मैं जानता हूँ , इन्सान कितना जालिम हो सकता है , हम जानवरों को गुलाम बनाकर रखते हैं , अपना घर चलाते हैं पर हमें खाने को भी नही देते । मुझे सरकार चलाने दो , एक मौका देकर देखो । गिलहरियाँ हंसने लगीं , बाज बोला मैं , सरकार चलाने के योग्य हूँ कियोंकि आकाश मैं उड़ते हुए सब पर नज़र रखता हूँ , काली भाई भी नही कर सकते , इतना सुनते ही काली ने जोर से दहाडा , सब भागने लगे ।

गंभीर गर्जना करते हुए हीरा शेर सामने आया और बोला - देखो भाइयो !! आप लोगों ने काली की सरकार देख ली अब मेरी शरण मैं आ जाओ , क्या समझे , देखो मेरा रूप , यौवन और शक्ति । किसी भी जानवर को भूखा नही सोने दूंगा , पानी के लिए हम मिलकर खड्डे खोद लेंगे , गाय , बकरी , चिडिया सभी ने इसका समर्थन कर दिया । हम सभी एक ही बिरादरी के जानवर हैं इसलिए हम सबको मिलकर ही अपनी रक्षा करनी होगी । सभी ने गाय माता की बात को स्वीकार किया ।

हमारी सलाहकार के रूप मैं हम गाय माता को वोट करते हैं , सभी जानवर खुश हो गए , वोट डालने की क्रिया चालू हो गई , जो हीरा से भय खाते थे सबने वोट डाल दिया , भालू , हाथी बड़े जानवर अभी हीरा की मिन्नत का इंतजार कर रहे थे , ऊँचे मंच पर जाकर हीरा ने सबका शुक्रिया अदा किया , जोरदार तालियों से हीरा का नई सरकार के लिए चयन कर लिया गया । हीरा ने हाथी को बुला कर कहा - आप हमारे महा मंत्री हैं , सभी लोग आपकी आज्ञा लेकर ही कार्य करेंगे , भालू मास्टर जी ! आप हमारे रक्षा मंत्री हैं , सभी छोटे जानवर आपके साथ मिलकर कार्य करेंगे , सबने तालियों से स्वागत किया ।

बन्दर मामा को जंगली सुरक्षा का अधिकारी नियुक्त किया गया , काली भाई को विरोधी पार्टी का जिम्मा सौपा गया । इस तरह सभी को कुछ न कुछ काम दे दिया गया । पूरा जंगल तालियों की गडगडाहट से गूँज रहा था , सभी लोग खुश थे , आज तो जश्न की रात थी , हीरा के राजा बनते ही , सारे जानवर उसकी सेवा मैं आ गए , नई सरकार का गठन होते ही सब लोग फुर्ती मैं आ गए । बच्चों को स्वादिष्ट , नरम शिकार खिलाया गया । सभी ने जम कर भोजन किया और दुसरे दिन तक के लिए सभी आजाद होकर मस्ती करने लगे ।

हमें भी इन जानवरों से सबक लेना चाहिए , एकता मैं ही अस्तित्व कायम रहता है ।

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